चाण्डाल चौकड़ी के कारनामे-8

(Chandal Chaukadi Ke Karname- Part 8)

राहुल मधु 2016-06-06 Comments

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नेहा का शील भंग-2

नेहा बोली- राहुल तुमने सच कहा था कि उंगली में वो मजा नहीं जो तुम्हारे मोटे लंड में है। तुमने मुझे जन्नत के दर्शन करा दिए, मैं तुम्हारी तह ज़िन्दगी कर्जदार रहूंगी।

मैंने कहा- ज्यादा सेंटी होने की ज़रूरत नहीं है, अभी तो पिक्चर शुरू हुई है।
नेहा की आँखों में चमक दौड़ गई, बोली- राहुल मुझे अभी तुम्हारा लंड अपनी चूत में बिलकुल कड़क महसूस हो रहा है। पर अब मुझे दर्द हो रहा है, थोड़ी देर में तुम्हारे लंड को मुंह में लेकर चूस लेती हूँ।

मैंने एक अच्छे और जेंटलमैनशिप शो की और उसके ऊपर से हट गया, उसके बगल में ही लेट गया।

नेहा उठने लगी पर उसकी कमर के नीचे का तकिया और उसके हालात उसे आराम से उठने नहीं दे रहे थे।
थोड़ी कोशिश के बाद जब वो उठी तो डर गई और बोली- राहुल, देखो मुझे क्या हो गया है। मेरी चूत से इतना सारा खून बह रहा है।
मैंने कहा- यार फर्स्ट टाइम में आता ही है चिंता मत करो।

नेहा बोली- हाँ वो तो मुझे भी पता है कि पहली बार में खून आता है पर यह बहुत ज्यादा है।
मैंने कहा- कुछ नहीं हुआ है, जाओ जाकर अपनी चूत को अच्छे से धो आओ!

उसके पीछे पीछे मैं भी बाथरूम गया उसने मेरे लंड को भी अच्छे से साफ़ किया और अपनी चूत को भी… और हम वापस बिस्तर पर आ गये।
मैंने बिस्तर पर पड़े खून के ऊपर तौलिया डाल दिया।

लंड पर थोड़ा ठंडा पानी पड़ने की वजह से वो अब उतना कड़क नहीं था।
नेहा बोली- राहुल, मैंने तो बहुत एन्जॉय किया पर शायद तुम बहुत आनन्द नहीं उठा सके मेरे बदन से मेरी चुदाई से?
मैंने कहा- पहला राउंड तो तुम्हें खुश करने के लिए था, अब हम दोनों एक साथ खुश होंगे।

नेहा बोली- मैं तुम्हारे लंड को चूस कर दुबारा से मस्त बना देती हूँ।
नेहा मेरे लंड को चूमने लगी, अपनी जीभ से से मेरे सुपारे को चाटने लगी।

मेरा लंड फिर से औकात में आना शुरू हो गया था, नेहा बोली- राहुल क्या तुम ब्लू फिल्म की तरह मेरी चुदाई करते वक़्त अंग्रेजी में गालियाँ दे सकते हो प्लीज?
मैंने उसके सर पर हाथ फेरते हुए कहा- श्योर डार्लिंग! आई विल फ़क बट यू सक माय डिक नाओ!

उसने पूरा लंड अपने मुंह के अंदर तक ले लिया।
अब मैं उसे गले के अंदर चोद रहा था।
नेहा बार बार खांस रही थी पर गले से बाहर लंड को नहीं आने दे रही थी।

मैंने कहा- बिच, आई एम गोना कमिंग इन योर माउथ!
नेहा खांसते हुए लंड को पूरा मुंह से बाहर निकाल कर मेरे अंडकोष को चाटने लगी और अपने हाथ से मेरे लंड को ऊपर नीचे करने लगी।
मैं बोला- याह, डोंट स्टॉप, लिक मी द वे यू आर डूइंग। आई वांट यू टू ईट माय कम!

मैं भी अपनी काम वासना में पूरी तरह डूबा हुआ था और अंग्रेजी में नेहा को बोल रहा था कि तू मेरी मलाई खा जा।

नेहा मेरे अंडकोष को अपने होंठों से दबा कर मेरे वीर्य के इंतज़ार में अपना मुंह खोले बैठी थी।
उसने अपने हाथों की पकड़ को मजबूत बनाईं हुई थी और पूरा मज़ा देते हुए मेरे लंड को ऊपर नीचे हिला रही थी, मैं पागलों की तरह उसे अंग्रेजी में गलियाँ दे रहा था।

इसी बीच मेरे लंड ने पिचकारी मारी जो सीधा जाकर नेहा की आँखों पर गिरी फिर बिना इंतज़ार किये नेहा ने अपना मुंह मेरे लंड के सुपारे पर रखकर स्ट्रॉ की तरह चूसा जिससे इसके आगे निकलने वाला लावा अब उसके मुंह के अंदर ही जाए।

मेरी अगली पिचकारी नेहा के मुंह के अंदर ही गई, उसका पूरा मुंह भरने वाला था इस पर मैंने उसके मुंह के अंदर ही धक्के मारना शुरू कर दिए।
वो धीरे धीरे मेरे लंड का पूरा पानी पीती चली गई।

मैं लस्त होकर बिस्तर पर गहरी साँसें लेता हुआ पड़ा रहा, तब तक नेहा अपना मुंह धोकर आ गई।

जैसे ही वो मेरे बगल में आकर लेटी, मैं तुरंत करवट लेकर उसके ऊपर चढ़ गया।
नेहा बोली- आपका लंड तो अभी भी काफी कड़क है।
मैंने कहा- जानेमन, अभी तो ट्रेलर देखा है, अब होगी असली चुदाई।

नेहा थोड़ी सी घबराई पर चेहरे से ख़ुशी दिखाती रही।
मैंने कहा- पिछली बार तुम्हारी चूत को थोड़ा चौड़ा किया था, अपने लंड के लिए रास्ता बनाया था, अब करूँगा असली चुदाई। और हाँ इस बार मर्जी तुम्हारी नहीं मेरी होगी।

नेहा बोली- मैंने तो चुदने से पहले ही कहा था कि आज अगर तुम मेरी जान भी ले लो तो कोई परवाह नहीं। अब मुझे मरने से कोई डर नहीं है।

मैंने कहा- तो ठीक है अपनी कमर के नीचे फिर से तकिया लगा लो और तैयार हो जाओ ताबड़तोड़ चुदाई के लिए।
नेहा ने कमर के नीचे तकिया लगाया और टाँगें फैला कर लेट गई।

मैं भी बहुत गर्म हो चुका था इसलिए सीधा नेहा की चूत पर अपना लंड सेट किया और बोला- तुझे अंगेरजी में चुदने में मज़ा आता है पर मुझे हिंदी में गाली देना और सुनना पसंद है। तूने बहुत ब्लू फिल्में देख देख के अपनी चूत में उंगली की है। और तू चुदने में बहुत ही परफेक्ट माल है, तुझे कुछ नहीं सीखना पड़ा। तेरी हरकतें पहली बार चुदने जैसी नहीं थी, तूने अपनी कुंवारी चूत एकदम रांड की तरह परफेक्ट स्टाइल में चुदवाई है।

बोलते बोलते एक झटके में सुपारा नेहा की चूत में जा चुका था।

नेहा बोली- हरामी, मादरचोद तूने तो मेरी एक ही शॉट में चूत फाड़ दी। माँ के लवडे… तेरा लंड बहुत मस्त है। इतनी ब्लू फिल्म देखी पर तेरे जैसा चुदक्कड़ नहीं देखा। तेरी चुदाई में स्वर्ग सा आनन्द था। तू बहुत अच्छा चोदता है रंडीबाज!

मैंने उसकी पूरी बात ही नहीं सुनी, मुझे इतना जोश आ गया था कि मैंने सुपाड़ा आधा बाहर निकाल और एक ही बार में आधा लंड नेहा की चूत के अंदर पेल दिया।

नेहा चिल्लाई- बहनचोद… मार डालेगा क्या? मैं मर जाऊँगी कुत्ते, मुझ पर थोड़ा तरस खा ले… पहली बार चुदवा रही हूँ। तू तो मुझे रांड की तरह चोद रहा है।
मैंने कहा- माँ की लौड़ी… तू तो साली रांड से भी बेहतर चुदवाती है। और साली मरती हो तो मर जा… पर मेरा पूरा लंड तो खा ले अपनी चूत में!

मैंने फिर से एक जोर का झटका मारा तो पूरा लंड नेहा की चूत में घुस चुका था।
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नेहा की आँखों से पानी निकल गया पर वो भी बहुत मजबूत लड़की थी अपने दर्द को सहन करके मुझे पूरा मजा देने की कसम खा चुकी थी, बोली- राहुल तेरा लंड तो बहुत ही मजेदार है। इतना बढ़िया लंड पता नहीं मुझे दुबारा कब मिलेगा। मुझे पटक पटक कर चोद राहुल… मुझे पटक पटक कर चोद… मेरी चूत फाड़ दे, मुझे चीर डाल, मेरी चूत का भोसड़ा बना दे!

मैं अपनी चुदाई की स्पीड बहुत बढ़ा चुका था, मैंने नेहा के मुंह पर हाथ रख दिया क्योंकि मुझे अब कुछ नहीं सुनना था, मैं बस उसे चुदते हुए देखना चाहता था।

चुदाई के वक़्त उसके हिलते हुए उरोज लाजवाब लग रहे थे, वो भी नीचे से अपने कूल्हे उचका कर मेरी ताल से ताल मिला रही थी।

मैं बोला- नेहा, मुझे अपने मलाई से तुम्हारी चूत भरनी है। तुम दवाई खा लेना पर बाहर निकाल कर झड़ने में वो मजा नहीं।
नेहा बोली- कोई बात नहीं राहुल मेरी जान, तुम मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दो, मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकती हूँ, फिर इसमें तो मुझे भी मजा ही मिलेगा।

मैंने अपने लंड के पानी से नेहा की चूत भर दी।
झड़ते वक़्त में इतना उत्तेजित था कि नेहा को पता नहीं कहाँ कहाँ और कितनी जोर से काट लिया था।
नेहा भी झड़ते वक़्त मेरी पीठ में नाख़ून से खरोंच चुकी थी।

झड़ने के तकरीबन 5 मिनट तक हम ऐसे ही एक दूसरे से चिपके पड़े रहे, एक दूसरे के बदन को प्यार दुलार करते रहे, एक दूसरे के होंठों को होंठों के अंदर पकड़ कर चूसते रहे।

थोड़ी देर बाद मैंने नेहा से कहा- नेहा, तुम अपने रूम में जाकर आराम करो थोड़ा रेस्ट करोगी तो तुम्हें और अच्छा लगेगा क्योंकि अभी भूख शांत नहीं हुई है, अभी तो मैंने सिर्फ तुम्हें चखा है, अब ब्रेक के बाद तुम्हें खाऊँगा।

नेहा मेरे छाती पर हाथ फेरती हुई बोली- राहुल, मुझे अपनी रखैल बना के ले चलो अपने साथ। तुम इतनी अच्छी चुदाई करते हो और काफी ज्यादा कर लेते हो। मैंने मैगजीन्स में पढ़ा है कि लोग एक भी बार अपनी बीवियों को खुश नहीं कर पाते और तुमने तो अभी अभी में मुझे 3 बार…

मैंने कहा- चलो जाओ और जाकर आराम करो, बाकी बातें दुबारा उठने के बाद करेंगे।

नेहा ऐसे ही नंगी ही बाहर जाने लगी।
मैंने कहा- कुछ पहन कर जाओ बाहर… किसी और ने देख लिया तो तुम्हारी बदनामी हो जाएगी।

नेहा बोली- अब तुम्हारे लिए बदनामी में भी नाम ही है, मैं ऐसी ही नंगी जाऊँगी, कोई कुछ भी कहे!
उसने दरवाज़ा खोला और चली गई अपने कमरे में!
पर शायद कोई नहीं था सामने, इसलिए अपने कमरे में चली गई।

कहानी जारी रहेगी।
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