मैंने पिंकी को खड़ा कर दिया और उसका मुँह दीवार की तरफ करके उसकी गाण्ड में थूक लगा कर.. पिंकी की गाण्ड में लण्ड को ठेल दिया.. पर अभी भी पिंकी की गाण्ड कसी हुई थी।
पिंकी मेरे जींस पर अपने हाथ से सहला रही थी। फिर पिंकी ने मेरी जींस को उतार दिया और अंडरवीयर के ऊपर से ही मेरे लंड को सहलाने लगी। मैं भी अब उसकी सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत को सहला रहा था और साथ ही लबों को चूम रहा था।
मैंने पीछे से ही पिंकी की गांड पर लंड को रखा और जोर के धक्का मारा, पिंकी ‘ऊऊओईईई ईईईईई…!’ करके रह गई। इस बार आधे से ज्यादा लंड पिंकी की गांड में चला गया.
मैंने वेसलिन ली और पिंकी की गांड में लगा दी, मैंने अपने लंड पर भी लगाई। अब पिंकी तो पेट के बल लेटी हुई थी, मैंने पिंकी की गांड में ऊँगली करी और अंदर बाहर करने लगा।
इतने दिन से मैं देख रही हूँ कि तुम और दीदी सेक्स कर रहे हो और अब मेरा मूड भी हो गया है.. मैंने तुमको दीदी को चोदते हुए छत पर ही देख लिया था.. हाय.. क्या मस्ती से तुम दीदी को चोद रहे थे..
मैं उसके टॉप के ऊपर से ही उसके चूचों को सहलाने लगा। अब पिंकी का हाथ धीरे-धीरे से मेरी जीन्स पर आ गया और जीन्स की जिप खोल कर वो मेरा लंड हाथ में ले कर सहलाने लगी थी।
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