कमाल की हसीना हूँ मैं-46 7 June 2013 शहनाज़ खान इस दौरान मैं कई मर्तबा झड़ी और मेरी चूत ने हर बार इस कदर पानी छोड़ा कि मेरी दोनों टाँगें बुरी तरह भीग पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-45 6 June 2013 हमने जो पैकेज चुना था उसके मुताबिक वो आठ लौड़े बदल-बदल कर हमारे लिये हाज़िर रहेंगे ताकि एक घंटे तक एक वक्त में बिना रुकावट पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-44 5 June 2013 घंटे भर बाद ही एक सेमीनार था जो ससुर जी ने मुझे अटेंड करने को कहा था। मेरा मूड तो नहीं था पर सेमीनार में पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-42 3 June 2013 मेरी वासना और जोर से भड़क उठी। मैंने बहुत ही मस्त होकर उसके लौड़े को चाट-चाट कर और चूस-चूस कर साफ किया। “यू सीम टू पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-41 2 June 2013 जब भी दर्दनाक लहर मेरे जिस्म में फूटती तो साथ ही मस्ती भरी मीठी सी लहर भी तमाम जिस्म में दौड़ जाती। दर्द ओर मस्ती पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-40 1 June 2013 मैं मानती हूँ कि कुछ देर पहले मैं इन हब्शियों के भुसण्ड लौड़ों से चुदने के लिये मरी जा रही थी लेकिन इतने बड़े लौड़े पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-39 31 May 2013 कुछ ही देर में उनके लौड़े फौलाद की तरह सख्त हो गये और वो दोनों बेरहमी से बारी-बारी से मेरे हलक में अपने लौड़े ठूँसते पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-38 30 May 2013 मैंने साँस ली ही थी कि एक बार फिर मुझे उसकी मुठ्ठियाँ अपनी गर्दन के पीछे बालों पर कसती महसूस हुईं और उसने गालियाँ देते पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-37 29 May 2013 वो मुझे सहारा दे कर बार के करीब ले गया और दो ड्रिंक्स ऑर्डर किये। फिर उसने मुझे कमर से पकड़ कर उछालते हुए ऊँचे पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-36 28 May 2013 “यहाँ कोई नहीं आयेगा और किसे परवाह है? देखा नहीं हॉल में सब नंगे नाच रहे थे।” कहते हुए उन्होंने मेरी स्कर्ट खींच दी और पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-35 27 May 2013 मेरी चूत का मुँह लंड के एहसास से लाल हो कर खुल गया था जिससे उनके लंड को किसी तरह की परेशानी ना हो। मेरी पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-34 26 May 2013 “मम्मऽऽऽ… शहनाज़… मीऽऽऽऽ… ऊँमऽऽऽऽ… तुम बहुत सैक्सी हो। अब अफ़सोस हो रहा है कि तुम्हें इतने दिनों तक मैंने छुआ क्यों नहीं। ओफ…ओहहऽऽऽ तुम तो पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-33 25 May 2013 मेरी पीठ मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी के सीने से लगी हुई थी। मैंने अपना सिर पीछे की ओर करके उनके कंधे पर रख पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-32 24 May 2013 “आज मैं आपके बेटे की बीवी हूँ।” “लेकिन पहले तू मेरी सेक्रेटरी है। यहाँ पर तू मेरी सेक्रेटरी बन कर आई है… मेरे बेटे की पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-31 23 May 2013 कुछ देर बाद हम वहीं आराम करके अपने कपड़े पहन कर बाहर आ गये। बाहर अपनी टेबल पर आकर देखा कि टेबल खाली थी। मैंने पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-30 22 May 2013 मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी मुझे ऊपर से नीचे तक कुछ देर तक निहारते ही रह गये। उनके होंठों से एक सीटी जैसी आवाज पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-29 21 May 2013 मैं कमरे से बाहर निकल कर बगल वाले कमरे में, जिसमें ससुर जी रह रहे थे, उसमें चली गई। ससुर जी कमरे में नहीं थे। पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-28 20 May 2013 लाँग स्कर्ट्स के बाद माइक्रो स्कर्ट्स की बारी आई। मैंने एक पहना तो मुझे काफी शर्म आई। स्कर्ट्स की लम्बाई पैंटी के दो अंगुल नीचे पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-27 19 May 2013 अभी दो महीने ही हुए थे कि मैंने अपने ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी को कुछ परेशान देखा। “क्या बात है अब्बू… आप कुछ परेशान पूरी कहानी पढ़ें »
कमाल की हसीना हूँ मैं-26 18 May 2013 मेरा सिर नशे में बुरी तरह झूम रहा था और दिमाग पर नशे की जैसे एक धुँध सी छाई हुई थी। रस्तोगी के वीर्य ने पूरी कहानी पढ़ें »