मेरे पति ने मुझे बेवफा समझ कर गुस्से में घर में मेरे सामने एक कालगर्ल को चोदा. लेकिन बाद में उनका गुस्सा शांत हो गया और कुछ समय बाद मेरा जन्मदिन आया तो …
एक बार मेरे पति ने मेरे लैपटॉप में मेरी लिखी कहानियाँ पढ़ ली. मेरी तो गांड फट गई कि यार इनको तो मेरे सब कारनामे पता चल गए। उसके बाद क्या हुआ? पढ़ें कहानी और मजा लें.
उसने मेरी पैन्ट और चड्डी भी उतार दी। मैं पूरी तरह से बेशर्म हुई, बिना इस बात की परवाह किए कि मेरा और मेरे पति का सबसे अच्छा दोस्त रवि भी वहीं खड़ा मुझे देख रहा है.
मेरे पति के एक दोस्त को चाहने लगी, वो भी मेरा दीवाना था. मैं उससे चुदाई करवाने की सोचने लगी, उसे नंगी होकर भी दिखाया लेकिन उसने मुझे छुआ भी नहीं! क्या था उसके मन में!
न्यू हिंदी सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी मौसी की बेटी मेरी हमउम्र है, हम दोनों में हमेशा एक दूसरी से आगे निकलने की दौड़ रही है. शादी भी उसकी पहले तय हो गयी तो मैंने उससे उसमें भी जीत कैसे हासिल की?
मैंने उसे गाली दी, जोश दिलाया- क्या मरियल की तरह चोद रहा है बे, इतनी शानदार औरत तेरे नीचे नंगी पड़ी है, और तू साला चूतिया उसे ढंग से चोद भी नहीं पा रहा है, अगर लौड़े में दम नहीं था तो पंगा ज़रूरी लेना था।
मेरी कमजोरी है कि एक मर्द के प्यार से मेरा पेट नहीं भरता। या यूं कहूँ कि मेरे पेट के नीचे, दोनों टाँगों के बीच जो सुराख है वो नहीं भरता। इसलिए मैं अक्सर मर्दों या मौकों की तलाश में रहती हूँ.
मेरे नौकर का बेटा हमारे घर भी आ जाता था. एक दिन मैंने देखा कि वो मुझे घूरता रहता है, मेरे छोटे कपड़ों में से दिख रहे मेरे नंगे बदन को ताड़ता रहता है. मुझे भी मजा लेने की सूझी और मैंने अपना खेल शुरू कर दिया.
कम मैं भी नहीं हूँ, पति जब बाहर नित नई चूत को चोद रहे हों, तो मैं कैसे बिना मर्द के रह सकती थी। मैंने भी अपनी जवानी को बहुतों पर लुटाया है। मैंने कभी इस बात की परवाह नहीं की कि जो मेरे ऊपर चढ़ने जा रहा है, वो कौन है।
मैं मॉल में शॉपिंग करने गई तो पता नहीं कैसे लेकिन मैं चोरी के इल्जाम में फंस गई. मुझे पुलिस चौकी ले जाया गया. वहा मेरे साथ क्या क्या हुआ, मेरी इस सेक्स स्टोरी में पढ़ कर जानें!
मेरी चुदाई की हिन्दी कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मेरे पति ने मुझे अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए मेरे कामुक जिस्म का इस्तेमाल करना चाहा, मैं भी यह काम ख़ुशी खुशी कर रही थी. पढ़ें कि कैसे मैंने और मेरी सहेली उस कम्पनी के अंग्रेज मेनेजर से एक साथ चुदी.
मेरी पिछली कहानी में मैं अपनी सहेली के साथ चार लड़कों से गैंग बैंग करके आई थी. उस दिन तो हम दोनों सहेलियां एक दूसरी के सामने चुद कर बिल्कुल बेहया हो गई। मेरे पति ने बिज़नस बढ़ाने के लिए एक विदेशी कंपनी से समझौता किया लेकिन उस कम्पनी के अंग्रेज मेनेजर को भारतीय लड़कियां पसंद थी, उसने मेरे कामुक जिस्म को मेरे पति से मांग लिया.
मेरे नए फ़्लैट के पड़ोस की एक लड़की मेरी सहेली बन गई.. पक्की सहेली… एक दिन उसके फोन में मानी कुछ फोटो देखी, उनमें वो एक साथ 4 लड़कों के साथ सेक्स में मशगूल थी। फिर क्या हुआ? मेरी ग्रुप सेक्स स्टोरी में पढ़ें!
उसने मेरी पेंटी के दोनों तरफ अपने अंगूठे फंसाए और खींच कर मेरी पेंटी मेरे घुटनो से भी नीचे उतार दी। उसने मेरी चूत को देखा और फिर बोला- डोंट वरी मैडम, आज आपको न दर्द होगा, न ही स्वेल्लिंग आएगी। आप बस अपनी टाँगें चौड़ी कर लीजिये, और हो सके तो ये साड़ी और पेटीकोट भी उतार दीजिये।
मुझे अपने ससुराल के गाँव जाने का मौका मिला। वहां रहने वाली मेरी भतीजी के चूतड़ों पर टैटू देख मेरी गांड जल गई. कि मैं शहर की हूँ और मेरे बदन पर एक भी टैटू नहीं.. और ये गाँव में रह कर गांड पे टैटू बनवाये फिर रही है. मैंने सोच लिया कि मैं भी टैटू बनवाऊँगी.
मैं मजबूरी में रंडी बनी थी। उन्हीं दिनों मुझे एक लड़का मिला, मैंने उसे देखा तो वो कहते हैं न ‘लव ऐट फर्स्ट साईट…’ मुझे भी वही हुआ। कामुकता से भरी पोर्न स्टोरी का मजा लें!
मेरी नई हिंदी पोर्न स्टोरी में पढ़े कि दुबई में मेरे पति की गलती से कैसे उनको बचाने के लिए मुझे वहां के एक शेख के बिस्तर की रानी बनने को मजबूर होना पड़ा.
आर्थिक तंगी के कारण मुझे अपनी शानो शौकत, बड़ा घर छोड़ कर एक छोटे घर में आना पड़ा. पति ने चोदना छोड़ दिया तो अपनी वासना की पूर्ति के लिए और धन अर्जन के लिए मैंने अपने तन का सौदा करने का फैसला किया. इस भाग में मेरी पहली कमई का वर्णन पढ़ें!
बिजनेस में हानि होने से हम लोग सड़क पर आ गए. मेरे पति को इतना धक्का लगा कि वो मुझे हाथ भी नहीं लगाते थे. एक तरफ मेरी अन्तर्वासना और दूसरी तरफ पैसे की तंगी…
शादी के बाद मेरी कामुकता बढ़ती चली गई. मैं घर से बाहर अपनी कामुकता को शांत करना चाहती थी. एक शादी में चार पांच हट्टे कट्टे बॉडी गार्ड को देख कर मेरी चूत पानी बहाने लगी और मैंने उन से अपनी चूत की आग ठंडी करवाने का फैसला किया.
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