टिप टिप बरसा पानी-2 2 April 2013 प्रेमशिर्ष भार्गव 10-12 बार ऐसा करने के बाद मैं नीचे झुका और उसकी लेगिंग्स को नीचे सरका कर निकाल दिया। कोमल ने पैंटी नहीं पहनी पूरी कहानी पढ़ें »
टिप टिप बरसा पानी-1 1 April 2013 प्रेमशिर्ष भार्गव “टिप–टिप बरसा पानी, पानी ने आग लगाई… आग लगी दिल में तो, साजन तेरी याद आई ! तेरी याद आई तो, जल उठा पूरी कहानी पढ़ें »
जिस्म से जान तक 13 February 2012 आप सभी पाठकों को प्रेमशीर्ष का प्रेम भरा नमस्कार ! सबसे पहले मैं प्रेमगुरु का दिल से आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने मुझे अपने दिल पूरी कहानी पढ़ें »
अभी चुदाई बाकी है 4 November 2009 प्रेषक : आदित्य नमस्कार दोस्तो, आजकल के दौर में सारे लड़कों की चांदी है क्योंकि आजकल की लड़कियाँ जल्दी ही चोदने देती हैं। मैं अपनी पूरी कहानी पढ़ें »
जमशेदपुर की गर्मी-3 20 November 2007 प्रेमशीर्ष द्वारा लिखित एवम् प्रेम गुरु द्वारा संशोधित और संपादित उससे भी अब नहीं रहा जा रहा था। उसने अपनी शर्म त्याग कर एक झटके पूरी कहानी पढ़ें »
जमशेदपुर की गर्मी-2 19 November 2007 प्रेमशीर्ष द्वारा लिखित एवम् प्रेम गुरु द्वारा संशोधित और संपादित बस मैं समझ गया कि मेरी प्रेम तपस्या आज वरदान बन के बरसने वाली है। पूरी कहानी पढ़ें »
जमशेदपुर की गर्मी-1 18 November 2007 प्रेमशीर्ष द्वारा लिखित एवम् प्रेम गुरु द्वारा संशोधित और संपादित मैं प्रेमशीर्ष अपनी पहली कहानी लेकर हाज़िर हूँ। मैं जमशेदपुर शहर में रहता हूँ और पूरी कहानी पढ़ें »
अब चोदोगे क्या ? 5 November 2006 प्रेषक : सोनू कुमार अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा सलाम। मेरा नाम सोनू हे और मैं जमशेदपुर का रहने वाला हूँ। आज मैं आप पूरी कहानी पढ़ें »