ड्राईवर से मन भर गया तो मैंने एक और नए लंड की तलाश की जो मुझे मेरे कॉलेज में मिला. मैंने उससे दोस्ती कर ली और उसे अपने जिस्म की नुमाईश करके पटा लिया और अपने घर बुला लिया.
मैं जैसे ही उसके पास पहुँची तो जानबूझ कर उसके ऊपर इस तरह गिर गई जैसे कि मैं फिसली हूँ. उसने भी मुझे इस तरह से पकड़ा कि मेरे दोनों मम्मे उसके हाथों में आ गए और वो उनको दबाने लगा.
नया लंड पाने की चाहत में हम माँ बेटी ने अपने लिए एक जवान ड्राईवर रख लिया. सेक्सी स्टोरी के इस भाग में पढ़ें कि हम दोनों ने कैसे उस अनाड़ी लड़के को सेट करके चुत चुदाई के मजे लिए.
मेरे पापा अब मेरी मां को चुदाई में मजा नहीं दे पाते थे तो मां ने मुझसे एक डिल्डो मंगवाया और हम दोनों उसे प्रयोग करने लगी. फिर एक दिन माँ का एक चचेरा भाई हमारे घर आया.
वो मुझे अपने पास घसीट कर ले आया और मुझे सीधा लिटा कर मेरी चूत पर अपना मुँह मारने लग गया. मेरी चूत को उसने जितना खोल सकता था खोल लिया और मेरी दोनों टांगें फैला दीं.
आशीष के दोस्त चंदर ने मुझे चोदने के बाद आशीष की माँ बिंदु को चोदने का मन बना लिया था और उसने रात को मुझे बिंदु के साथ आशीष से चुदते हुए देखा और बिंदु को धमकाते हुए चुदाई के लिए अपने कमरे में आने को बोला.
माँ, देखो आपका बेटा आपके साथ क्या कर गया. आपने इस बेटी को पराया समझ कर अपने बेटे से चुदवा दिया और आपका असली बेटा आपको ही चोद गया. अब उसके मुँह खून लग चुका है, जब भी उसका दिल करेगा, वो आपको चोदेगा.
मेरे पापा की सेक्रेटरी ने मेरे पापा से सेक्स सम्बन्ध बना कर उन्हें गर्भ की झूठी बात बता कर शादी कर ली. अब उसने अपना खेल शुरू किया. उसने अपने बेटे और मुझे भी सेक्स के खेल में शामिल करने की कोशिश जारी रखी.
पापा बड़ी कम्पनी में थे. उनकी एक सेक्रेटरी थी विधवा… अचानक मेरी माँ का देहांत हो गया तो सेक्रेटरी ने पापा को अपने रूप यौवन के जाल में फांस लिया. कहानी का मजा लीजिये खुद पढ़ कर!
हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !
* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।