मैं अपनी छोटी भतीजी को चोद रहा था. उसकी कुंवारी चूत की सील टूट चुकी थी. अब चूत रस निकलने के कारण लंड सुगमता से अंदर बाहर हो रहा था. लेकिन उसकी बड़ी बहन…
मैंने अपने चचेरे भाई की बेटी की चूत को चूस कर उसे झड़वा दिया था. अब वो खुश दिख रही थी लेकिन साथ ही हल्की सी शर्म भी उसकी आंखों में दिखाई दे रही थी. आगे क्या हुआ?
मैंने मेरी जवान भतीजी की चूचियाँ मसल कर उसकी वासना जगा दी थी. तभी तो वो खुद चलकर मेरे पास आयी थी. मुझे लगने लगा कि ये मुझसे चुदने के लिये ही आई है. क्या मैं सही सोच रहा था?
एक शादी में रात के अँधेरे में मैंने किसी लड़की से सेक्स किया था. मगर मैं नहीं जान सका कि वो कौन थी. उसके गले के लोकेट से मैंने कैसे उसे पहचाना? क्या सच में वो वही लड़की थी?
उसके ऊपर आकर मैंने अपने पैरों से ही धीरे धीरे उसके पैरों को फैला दिया और अपनी कमर के नीचे के हिस्से को उसकी दोनों जांघों के बीच कर लिया… मेरा उत्तेजित लिंग अब सीधा उसकी छोटी सी नंगी योनि पर लग गया।
चाचा की बेटी की शादी में गाँव में सर्दियों की रात में मैं रजाई लेकर सोया हुआ था कि मेरे साथ कोई लड़की सोई हुयी थी, उसके ऊपर रजाई नहीं थी. मैंने उसके ऊपर रजाई डाली तो वो मेरे पास आ गई. मेरी कामुकता जागने लगी.
मेरी चचेरी बहन की शादी में मैं गाँव गया. वहां बहुत सारी युवा लड़कियाँ आई हुई थी. मैं तो सोच रहा था कि भाभी या चचा की लड़की को चोदने का मौक़ा मिल जाएगा लेकिन मेरे साथ क्या हुआ? पढ़ें मेरी इस सेक्सी स्टोरी में!
मेरा आधा लंड ममता की चूत में समाया हुआ था और उनकी चुत से खून की धार बह रही थी जिसका गर्म अहसास मुझे अपने लंड व जांघों के पास भी हो रहा था. “ओह… ये तो बिल्कुल कुंवारी हैं, इसलिये ही ये इतना भाव खा रही थी.” मैंने अपने मन में सोचा.
मैं अब रुका नहीं और धीरे धीरे उनकी चुत को अपनी पूरी जीभ निकाल कर चाटना शुरू कर दिया जिससे ममता जी की कमर अपने आप ही हरकत में आ गयी और वो अपनी कमर को ऊपर नीचे करने लगी।
भीड़ भरी बस में अपने भाई की साली के साथ उनके सेक्सी बदन का कुछ मजा लेने के बाद अब उनकी चुदाई करने की तमन्ना से मैं उनके समीप रहने लगा. मेरी एडल्ट स्टोरी पढ़ा कर देखें कि क्या मेरी तमन्ना पूरी हुई?
मेरी एडल्ट स्टोरी में पढ़े कि कैसे मैंने भाई की साली से सेक्स का मजा लिया. भाभी के गर्भवती होने से भैया ने अपनी साली को घर के काम में मदद के लिए बुलाया. भीड़ भारी बस में मैं और वो एक कोने में एक दूसरे से सटे खड़े थे.
वो अब बिल्कुल शांत सी हो गई थी, मगर जैसे जैसे मेरी उंगलियाँ उसकी नन्ही योनि के साथ खेल रही थी वैसे वैसे उसके चेहरे की भाव-भंगिमायें भी लगातार बदल रही थी।
भाभी चूत में लंड लेने को बेकरार हो रही थी और मैं भाभी की चुदाई जानबूझ कर नहीं कर रहा था, उन्हें तड़पा रहा था. खुद पढ़ कर मजा ले कि भाभी की चूत कैसे चुदी.
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