तेरी याद साथ है-8 19 March 2011 प्रेषक : सोनू चौधरी मैंने अपनी हथेली को उसके जांघों से ऊपर सरका दिया और धीरे धीरे ज़न्नत के दरवाज़े तक पहुँचा दिया। उफ्फ्फ्फ़…इतनी गर्मी पूरी कहानी पढ़ें »
तेरी याद साथ है-7 18 March 2011 प्रेषक : सोनू चौधरी मेरा लण्ड फिर से शरारत करने लगा और अपन सर उठाने लगा। मैं ऐसी तरह से बैठा था कि चाह कर पूरी कहानी पढ़ें »
तेरी याद साथ है-6 17 March 2011 प्रेषक : सोनू चौधरी अपने कमरे में पहुँचा और कपड़े बदलकर एक हल्की सी टीशर्ट और शॉर्ट्स पहन लिया। घड़ी पर नज़र गई तो देखा पूरी कहानी पढ़ें »
तेरी याद साथ है-5 16 March 2011 आपने मेरी कहानी के पहले चार भाग पढ़े ! अब आगे- तभी बाहर से घंटी की आवाज़ आई और हम तीनों चौंक गए… “रिंकी… रिंकीऽऽऽऽऽ… पूरी कहानी पढ़ें »
तेरी याद साथ है-4 26 February 2011 प्रेषक : सोनू चौधरी रिंकी ने चुम्बन वहाँ पप्पू के लंड पर किया था और मुझे ऐसा लगा जैसे उसने मेरे विकराल लंड पर किया पूरी कहानी पढ़ें »
तेरी याद साथ है-3 25 February 2011 प्रेषक : सोनू चौधरी पता नहीं जब पूरी पैंटी उतर जाएगी और उसकी चूत सामने आएगी तो क्या होगा। खैर मैंने सोचना बंद किया और पूरी कहानी पढ़ें »
तेरी याद साथ है-2 24 February 2011 प्रेषक : सोनू चौधरी आंटी ने मेरे हाथ को अपने हाथों से पकड़ा और मेरी आँखों में देखा। उनकी आँखें कुछ अजीब लग रही थीं पूरी कहानी पढ़ें »
तेरी याद साथ है-1 23 February 2011 प्रेषक : सोनू चौधरी मेरा नाम सोनू है, जमशेदपुर में रहता हूँ। जमशेदपुर झारखण्ड का एक खूबसूरत सा शहर जो टाटा स्टील की वजह से पूरी कहानी पढ़ें »