मधु बोली- आप तो मेरे हीरो हो, मुझे बहुत मज़ा आया। और सबसे ज्यादा आपको उत्तेजित देखकर बार बार में उत्तेजित हो रही थी। मैं तो अभी तक आपको अपने अंदर महसूस कर रही हूँ।
मधु नीलेश के बालों को पुचकारते हुए बोली- भइया, आप बहुत अच्छी चुदाई करते हैं। आपका कड़क लंड ऐसा लग रहा है जैसे लोहे की रॉड अंदर डाल दी हो। आप तो… आह ओह्ह्ह आह… भर दो ओह्ह्ह आह आह मेरी चूत को!
अब मधु बैठ नहीं रही थी क्योंकि उसका तौलिया बहुत ऊपर तक था। वो सोफे के दूसरी तरफ खड़ी रही, मैं सोफे पर बैठा बैठा अपना हाथ बढ़ा कर उसकी चिकनी चूत को सहला रहा था।
उसकी इस हरकत से में और उत्तेजित होने लगा, मैंने अपना हाथ उसके टॉप के अंदर डाल दिया और अब उसके नंगे बदन पर मेरे हाथ रेंग रहे थे, उसके मस्त उभारों को में सहला रहा था।
मधु रिमोट के लिए हमारी तरफ पीठ करके झुकी तो उसके चूतड़ों की गोलाई बिल्कुल आँखों के सामने थी। जब रिमोट देने के लिए हमारी साइड झुकी तो उसके बूब्स भी आँखों की चमक बढ़ा गए नीलेश की।
मधु को प्यासी छोड़ मैं नीलेश के पास आ गया और उसने मधु की चूत के रस से भीगा लंड चूसना शुरु किया। मैंने उससे अनायास ही पूछ लिया मधु के पानी का स्वाद कैसा है?
गांडू, लंड चुसाई के खेल खेलता था मैं अपनी बुआ के लड़के के साथ किशोरावस्था में… कई साल बाद वो मेरे घर आया तो मेरी बीवी और हम दोनों के बीच क्या हुआ, इस कहानी में!
मियां बीवी के बीच, दोस्त से अपनी बीवी को चुदवाना, कार में लंड चुसवाना, तिकड़ी में चुदाई का मज़ा, और भी बहुत कुछ।
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