दीवाना मस्ताना

कुंवारी सुमन की चूत चुदाई

मैंने बारहवीं की पढ़ाई के लिए स्कूल जाना शुरू किया था। स्कूल से आते समय एक घर की खिड़की में एक लड़की अक्सर बैठी दिखाई देती, कुछ ही दिनों में ऐसा लगने लगा कि वो भी मुझे देख कर मुस्कुरा देती है। मुझे बहुत मज़ा आने लगा, यह हर रोज़ का काम हो गया, हम एक-दूसरे को देख कर मुस्कुराते, हाथ से इशारा करते और मैं अपने घर आ जाता। एक दिन उसने खिड़की से नीचे एक कागज़ फेंका और अन्दर चली गई। कहानी पढ़ कर देखिये कि आगे क्या हुआ !

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