I am a strongly built male with a beard. Reading and writing porn stories is my hobby. I am a manager in a company involved in textiles. I am married and have one son and one daughter. Other interests are viewing porn films along with my wife, tourism and cricket. I am a natural flirt and females love my company, though I am never obscene or obnoxious with women.
रानी ने ढेर सारी चुम्मियाँ मेरे होंठों पर लगा दीं, बोली- चोदनाथ जी महाराज, मेहरबानी करो, अपनी प्रीत रानी की बेहाल बुर पर! बहुत तड़पा लिया जनाब, अब तो रहम कर दो!
चूतनिवास जी आपकी कहानियाँ पढ़ कर मेरी बुर कुलबुलाने लगती है, रस बहाने लगती है। जैसे आपने रीना की बुर की सील तोड़ी, मैं भी आपसे अपनी सील तुड़वाना चाहती हूँ।
मुंबई जाना था तो ट्रेन से मोना रानी को साथ ले जाने का सोचा कि रात भर के सफर में ट्रेन में चुदाई का भी मजा लूटा जाए। चलती ट्रेन में चुदाई का अलग ही आनन्द है।
रेस्तराँ में मैंने जूसी का स्वर्णामृत पिया, फ़िर हम घर आ गए और आते ही मैंने जूसी रानी को भींच कर ड्राइंग रूम के कारपेट पर ही पटक दिया… कहानी पढ़ कर मज़ा लें।
मैं अपनी बीवी जूसी रानी को शॉपिंग और डिनर के लिए ले गया क्योंकि मुझे बहुत मुनाफ़ा हुआ था। रेस्तराँ में हमने क्या गुल खिलाए, कैसे वहाँ जूसी का स्वर्णामृत पिया
मैं मथुरा की माया सड़क पर चुद कर घर आई तो आते ही घर में शुरू हो गई अपने राजे के साथ… मज़ेदार चुदाई के बाद झड़ी ही थी कि दरवाजा खटका। हड़बड़ा के उठी, देखा तो…
मेरी कहानियाँ पढ़ कर मथुरा की माया ने मुझे मेल किया। वो मुझसे चुदना चाहती थी। मैंने उसे शर्तें बता दी गालियों वाली व अन्य… उसने मुझे मथुरा आने का न्यौता दिया
ज्यों ही उंगली चूत में घुसी ऐशुरानी सिहर उठी और एक क्षण के लिए लण्ड चूसना भी भूल गई। लण्ड मुंह में धंसे धंसे ही उसने सीत्कार ली और फिर दुबारा से लौड़ा चूसने लगी।
थोड़ी देर इसी प्रकार चूसने के बाद ऐश्वर्या रीना रानी से बोली- दीदी… अब ज़रा भी दर्द नहीं हो रहा… बड़ा मज़ा आ रहा है… दीदी मेरे बदन में फिर से अकड़न महसूस होने लगी है… ऐसा क्यों हो रहा है?
ऐशुरानी बहुत कसमसा रही थी, उसका सुन्दर मुखड़ा तीव्र कामावेग में लाल हो गया था, माथे पे पसीने की बूंदें छलक आई थीं, उसके नाखून मेरी पीठ पे गड़े जा रहे थे और वह बार बार सी सी कर रही थी।
मैंने सोचा कि सबसे पहले एक बार इस अनचुदी कुंवारी कमसिन बुर को चूसने का आनन्द तो उठा लूँ, थोड़ी देर चूस लेता हूँ। थोड़ा स्वाद चख लेता हूँ फिर इसको फाडूंगा।
ऐशु रानी एक टक ये सब नज़ारा देखे जा रही थी। चुदाई होते देख और रीना रानी की आनन्द से पुलकित आवाज़ें सुन कर वो भी बहुत ज़्यादा गरमा चुकी थी, उसके माथे पर पसीने की बूँदें चमकने लगी थीं।
नंगी वो हो तो गई मगर बहुत ज़्यादा डरी हुई थी कि ना जाने क्या हो जायेगा और शर्म से लाल लाल हुई पड़ी थी। मैंने उसकी चूचियाँ चूसना शुरू किया तो वो भी मज़ा लेने लगी।
जैसे ही मेरी निगाह ऐश्वर्या पर पड़ी मेरा दिल धक से रह गया, लौड़े ने फौरन एक उछाल लगाई। साली ने एक बहुत ही छोटा सा निकर पहन रखा था, निकर मुश्किल से चूत से चार या पांच इंच नीचे तक ही था, नंगी टाँगें बहुत ही चिकनी, एकदम मलाई जैसी थीं।
मैंने राजे को फर्श पर घुटनों के बल बिठा दिया, अपनी टाँगें खूब चौड़ी करके मैं बिस्तर के सिरे पर बैठ गई और उसके मुंह से चूत लगा दी। बहुत टाइम से रुका हुआ स्वर्ण अमृत की सुरर्र सुरर्र सुरर्र करती हुई धारा राजे के मुंह में जाने लगी।
चुदाई की फच्च फच्च, मेरी आहें व सीत्कारें, राजे के मुंह से निकलती हुई हैं हैं हैं और मस्त गालियों की आवाज़ों से कमरा गूंज उठा। यदि कोई घर के बाहर सुन रहा होता तो फ़ौरन समझ लेता यहाँ एक मस्त चुदाई का खेल चल रहा है।
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