राजेश कुमार

शानदार फौजण की उफनती तरसती जवानी

मेरे पड़ोस में एक फ़ौज़ण रहती थी 32-34 साल की… मैं उसे देखता था। उसका बेटा मुझसे पढ़ने आ जाता था तो एक दिन वो मुझे अपने घर ले गया, तब वो नहा कर निकली थी।

पूरी कहानी पढ़ें »

अन्तर्वासना इमेल क्लब के सदस्य बनें

हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !

* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।

Scroll To Top