गर्लफ़्रेंड और उसकी सहेली की चूत चुदाई
मेरी गर्लफ़्रेन्ड मुझे अपनी सहेली के जन्मदिन की पार्टी में ले गई, लेकिन वहां हम तीनों ही थे। वाइन पीकर हम तीनों बहक गए और दोनों सहेलियाँ आपस में फ़्रेंच किस करने लगी।
किसी लड़की का नंगा बदन देखने को मिल जाए तो क्या कहने… ऐसे ही जवान भाभी, आंटी, गर्ल्स का नग्न शरीर देख कर मजा लूटने की कहानियां यहाँ पढ़ा कर मजा लें!
मेरी गर्लफ़्रेन्ड मुझे अपनी सहेली के जन्मदिन की पार्टी में ले गई, लेकिन वहां हम तीनों ही थे। वाइन पीकर हम तीनों बहक गए और दोनों सहेलियाँ आपस में फ़्रेंच किस करने लगी।
अमर उसकी चूत चाट रहा था, विजय उसके होंठों को चूमे जा रहा था, संतोष और पप्पू उसके दोनों चूचों के पीछे पड़े थे, मधुर और राहुल उसके चूतड़ दबा रहे थे।
जहाँ पापा मम्मी के गुलाबी अधरों का रस पान कर रहे थे, वहीं मम्मी पापा के मुँह का रस पी रही थी और रोमाँच के कारण उनके मुँह से केवल उम्म... उम्ह... उम्ह की सिसकारी रूपी आवाजें निकल रही थी। अब पापा के हाथ मम्मी के ब्लाउज पर आ गए, पापा अपने हाथ मम्मी के उरोजों पर ब्लाउज के ऊपर से ही फिराने लगे।
दोनों बहनें अलग अलग अपने अपने बॉय फ्रेंड से चुदती रही, धीरे धीरे हम दोनों ने एक दूसरे को अपने अपने यारों से भी मिला दिया। वो दोनों भी आपस में दोस्त से बन गए।
प्रेमा और रानी दोनों ही गर्भवती हो चुकी थी तो वे दोनों आई और नंगी होकर मेरे लंड की पूजा की. उसके बाद कम्मो ने उन दोनों से मजाक में मेरा गुप्त विवाह करवाया.
'वाउ.. गुरूजी और रत्ना मैडम.. हम सोच रहे.. आप कहाँ रह गए हो.. और इधर आप दोनों तो यहाँ जंगल में नंगा दंगल कर रहे हो।' सब लोग हमें चुदाई में मस्त और व्यस्त देख कर ताली बजाने में लग गए और मुझे शर्म आ गई, मैंने अपनी गर्दन नीचे कर ली।
मैं और माँ चुदाई के मामले में खुल गए थे और अब दीदी को अपने खेल में शामिल करना चाह रहे थे। हमने मिल के योजना बनाई कि दीदी को माँ और मेरी चुदाई का पता लग जाए
अपनी सौतेली मॉम की चूत चाटने के बाद मॉम ने मेरा लण्ड चूसा फ़िर लण्ड पर चूत टिका कर चुदी। लेकिन घर आकर मैंने मॉम को उनके पूरे होशोहवास में कैसे चोदा, पढ़ें इस भाग में…
मैं और मेरी सहेली एक स्कूल में पढ़ाती थी। प्रिंसीपल की नजर मेरे ऊपर थी, मेरी सहेली भी कहती थी कि प्रिंसीपल मुझे घूरता है। आखिर एक दिन मैं उसके हत्थे चढ़ ही गई!
माँ अब काफ़ी खुल कर बातें करने लगी थीं, तो मैंने जानबूझ कर अंजान बनते हुए माँ की जांघों के ऊपर से नाईटी का बटन खोल कर हटा दिया जिससे उनके कमर के नीचे का हिस्सा नंगा हो गया और उनकी बुर को हाथों से छूते हुए कहा- अरे हाँ.. तुम्हारे तो लंड है ही नहीं.. लेकिन छेद कहाँ है..
मैंने उनकी साड़ी को कमर तक उठाया और अपना लंड डालने लगा लेकिन कई बार कोशिश करने के बाद भी नहीं गया तो मामी ने पूछा- पहली बार है क्या? रुको, मैं सिखाती हूँ।
मैंने अपनी नाइटी उतार दी और पूरी नंगी हो गई और झूठ मूठ के कीड़े को ढूंढने लगी। मैं जानबूझ कर अपनी चूत और मम्मे सेठ के मुंह के पास ले जा कर ढून्ढ रही थी कीड़ा।
भाई को चूची चुसवा कर मेरे पास आई तो जाहिरा को मैंने दबोच लिया उसकी चूची चूसने के साथ साथ मेरी नज़र जाहिरा की जाँघों के बीच में जाहिरा की अनछुई चूत पर थी।
मम्मी की चूत को चाटने में मुझे बहुत मजा मिल रहा था। थोड़े समय बाद मैं अपनी जीभ से मम्मी की चूत को जीभ से ही चोदने लगा और उनकी चूत से निरंतर निकलते रस का पान करने लगा। अब मम्मी की साँसें काफ़ी तेज हो गई थीं।
नयना ने झुककर दीप्ति की जाँघों पर पड़ा मेरा पूरा वीर्य चाट लिया और मैंने उसकी जीन्स की बटन खोल कर पैन्टी के साथ नीचे खींच ली। वॉऊ.. क्या चूतड़ थे नयना के.. एकदम राउंडेड.. चिकने और दूध की तरह मुलायम.. ! मैं उसके चूतड़ों पर हाथ फेरने लगा। अब वक्त था मेरी गाण्ड में ककड़ी जाने का…
सेक्स भी अगर पार्टनर बदल के करा जाए, तो मजा बरक़रार रहता हैं। वर्ना थोड़े समय बाद चीज़ें अपने आप बोरिंग लगने लगती हैं फिर चाहे आपका पार्टनर कितना ही आकर्षक क्यूँ न हो। याक्ह कहानी मेरी गर्लफ्रेंड और उसकी सहेली की है.
प्रेमा आंटी को एक बार चोद कर मुझे मज़ा आया, दो दिन बाद वो फिर आई और उसको गर्भधारण कराने के लिए कम्मो ने अपने सामने उसकी चुदाई कराई! प्रेमा की प्यास बुझ गई थी
नयना के अपार्टमेंट की मैंने डोर बेल बजाई और नयना ने दरवाज़ा खोला- वेलकम आशीष.. यहीं पर तुम अपने कपड़े उतार कर मेरे पास दे दो.. अब ये तुम्हें रविवार की रात में जब यहाँ से जाओगे.. तब इसी जगह मिलेंगे..
उसने आज स्लीवलैस टॉप पहन रखा था और उसका गला थोड़ा ज्यादा ही गहरा खुला हुआ था इसलिए मैं उसका क्लीवेज थोड़ा अधिक ढंग से देख पा रहा था, उसने शायद ब्रा नहीं पहनी हुई थी।
ह तो मुमकिन नहीं था कि फैजान को मेरे और जाहिरा की जिस्म के फ़र्क़ का अहसास ना हुआ हो। लेकिन अगर उसे पता चल भी गया था तो अब वो इस अँधेरे में और गेम का फ़ायदा उठाते हुए अपनी बहन के जिस्म के मजे लेना चाह रहा था। मैं भी उसे रोकना नहीं चाह रही थी।