मेरी बुआ की चुदाई के किस्से
मेरी बुआ 38 वर्ष, दिखने में गोरी थोड़ी भरी हुई मस्त आंटी लगती हैं, सरकारी स्कूल में टीचर हैं. एक बार बुआ ने मुझसे वॉशरूम में बुलाकर चुदवाया. हम दोनों आपस में खुल गए तो बुआ ने मुझे कुछ किस्से सुनाए.
खुले स्थान पर जैसे छत पर, समुद्र तट या बाग बगीचे में चुदाई की कहानियाँ
Khuli jagah par jaise garden, beech, road side, chhat par chudai ki kahaniyan
Stroies about sex fucking in the garden, at the beech, or on the roof
मेरी बुआ 38 वर्ष, दिखने में गोरी थोड़ी भरी हुई मस्त आंटी लगती हैं, सरकारी स्कूल में टीचर हैं. एक बार बुआ ने मुझसे वॉशरूम में बुलाकर चुदवाया. हम दोनों आपस में खुल गए तो बुआ ने मुझे कुछ किस्से सुनाए.
मैंने और मेरी बहन ने हमारे चचेरे भाई से चुद कर पूरा मजा लिया. लेकिन हमें पता नहीं था कि हमारे इस भाई बहन की चुदाई के खेल को किसी और ने देख लिया है. कौन था वो? और फिर क्या हुआ?
दिल्ली से देहरादून की बस में मेरे साथ एक जवान लेडी बैठी थी. रात के दस बजे बस चली. बात उसी ने शुरू की. फिर ये बात कहाँ तक पहुंची, पढ़ें मेरी सेक्सी स्टोरी और मजा लें गर्मागर्म चूत की चुदाई का!
घर में रिश्तों में चुदाई की इस कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरी मम्मी को मेरी दीदी ने अपने ससुर से चुदवाया. मेरी दीदी को तो उनके ससुर ने शादी के कुछ दिन बाद ही चोद दिया था.
मेरी सहेली तबस्सुम मुझे खुल कर जीने के लिए अपनी चूत का इस्तेमाल करने के बारे में बता रही थी. उसने मुझे एक ऐसे आदमी से मिलवाया जो मुझे मेरे मकसद में कामयाब कर सकता था.
लड़की को यहाँ इस दुनिया में लगभग सभी देशों में एक वस्तु माना जाता है. जिसका काम अपनी चूत से लंडों की सेवा करना है. यही सोच रख कर आम तौर पर लोग अपना जीवन गुजारते हैं.
मेरे जेठ के बेटा अपने मुँह को मेरी चूत से हटाते हुए मेरी गांड के पास लाया और अपने थूक से मेरी गांड को गीला करना शुरू कर दिया। मैं समझ गयी कि अब आगे क्या होगा।
नैनीताल से दिल्ली ट्रेन से आते समय एक लड़की मेरे साथ बैठी. रात का समय था, सब सो रहे थे लेकिन मैं उस सेक्सी माल को देखे जा रहा था. हिम्मत करके मैंने उसकी चूची को छू दिया. फिर क्या हुआ?
यह कहानी मेरी सगी साली से मेरे शारीरिक सम्बन्ध जुड़ने की दास्तान है. इस साली की चुत चुदाई की दो कहानियाँ पहले ही मैंने आपको बता चुका हूँ., वे भी पढ़ें तो मजा आयेगा.
रिश्ते में दूर की चाची मेरे पड़ोस में रहती थी, मैंने उन से बहुत खुला हुआ था. चाची से मेरी अनजानी सी आशनाई चलने लगी थी. उन चाची को मैंने कैसे चोदा, पढ़ें मेरी इस सेक्स कहानी में!
मेरी बहन का एकदम गोरा बदन, भरे हुए चूतड़, बड़ी और गोल चूचियां. मतलब कि दीदी दिखने में एकदम काँटा माल लगती थी. मैं दीदी के घर गया तो वहां मैंने जीजू और दीदी किओ मस्ती करते देखा. आप भी पढ़ कर मजा लें!
अगर लौंडा माशूक है, चिकना है तो उसके दोस्त उसे गांड मरवाने में चालू कर ही देते हैं। किस किस से गांड बचाएगा बेचारा... पहले गले में हाथ डालते हैं फिर गले मिलते हैं फिर चुम्मा लेते हैं, गाल काटते हैं, फिर ओंठ चूसते हैं फिर गांड पर हाथ फेरते हैं और गांड मार कर ही दम लेते हैं।
मैंने अपने दोस्त की गर्लफ्रेंड को चोदा तो उसे बहुत मजा आया, मैंने कहा कि वो अपनी किसी सहेली की सेटिंग मेरे साथ करवा दे तो मैं उसके साथ तुझे भी चोदूँगा. वो मान गयी. वो अपनी एक मोटी सहेली को लाई.
मेरे लिए इससे ज्यादा खुशी का क्षण ना कोई था ना कोई होगा, मेरा प्यार मुझसे प्यार पाने को बेताब था। मैं और वो दोनों खुले आसमान के नीचे निर्वस्त्र नग्न पड़े थे, दोनों के शरीर पर एक धागा भी नहीं था.
मैं मन ही मन भगवान की उस सबसे सुंदर कलाकृति को अपना मान बैठा था या यूं कहें कि उसके प्रेम दरिया में बह चुका था। पता नहीं क्यों मुझे अंदर से यूं लगने लगा कि ये सिर्फ मेरी है, इस पर सिर्फ मेरा हक है.
ड्राईवर से मन भर गया तो मैंने एक और नए लंड की तलाश की जो मुझे मेरे कॉलेज में मिला. मैंने उससे दोस्ती कर ली और उसे अपने जिस्म की नुमाईश करके पटा लिया और अपने घर बुला लिया.
दोस्तो, मेरा नाम राहुल, उम्र 25 साल है, रंग गोरा, कद 6.1 फ़ीट और दिखने में ठीक ठाक ही हूँ. यह बात 2 साल पहले की है जब मैं एक इवेंट कंपनी में मार्केटिंग की जॉब करता था जो साउथ दिल्ली में है. उस दिन ऑफिस में पार्टी थी जिसकी वजह से मैं ऑफिस से […]
मैं 12वीं में था. मेरे गांव की लड़की मुझे बहुत लाइन देती थी. मैंने अपने कमीने दोस्तों से सुना कि लड़की की चूत मारने में बहुत मजा आता है, मुठ मारने में मजा नहीं है. अब मुझे भी एक चूत की जरूरत होने लगी थी. मैंने भी उसे लाईन देनी शुरू कर दी.
मैं अपने बॉयफ्रेंड से गांड मरवा चुकी थी और एक शाम रेस्तरां में मैं अपने यार के साथ बैठी थी तो उसके दो दोस्त मिल गए. उनकी बातों से मुझे लगा गया कि वे दोनों बहुत चालू हैं. उनकी बातें मुझे अच्छी लगने लगी. फिर क्या हुआ... यह जानने के लिए मेरी पूरी कहानी पढ़ें!
मैं नागपुर से दिल्ली जा रहा था कि मुझे स्टेशन पर ही एक बन्दा मिल गया जो गांड मारने का शौकीन लगता था. वो मेरे डिब्बे में ही चढ़ा. मेरी गांड की कहानी में पढ़ें कि मैंने उससे कैसे और कहाँ गांड मरवाई.